Saturday, July 9, 2011

रूह कहती है .................

बहुत कुछ है दुनिया में पाने के लिए
आप भी कहाँ रुक गए ज़माने के लिए
साथ होकर,साथ होना ये और बात है
वरना साथी यहाँ बहुत हैं दिखाने के लिए
हर ख्वाहिश हो पूरी ,हर चीज हो हासिल,कहाँ ज़रूरी है
कुछ शिकवे भी चाहिए दिल जलाने के लिए
पलकें मूँद कर तो आसमान भी पा जाओगे, लेकिन
ऑंखें खोलनी होती हैं  कदम बढाने के लिए
हारे कहाँ हो जंग अभी बाकी है 
ये एहसास तो है हौसला बढाने के लिए
दुनिया कहती है कर रफ़्तार तेज गर आगे बढ़ना  है
ठोकर  लगे तो कौन आता है उठाने के लिए
बहत कुछ है दुनिया में पाने के लिए
आप भी कहाँ रुक गए ज़माने के लिए .