Tuesday, December 6, 2011

तेरे इंतजार में भी एक सुकून पाया

तेरे  इश्क ने हमें कुछ इस तरह बनाया
तेरे  इंतजार  में भी एक सुकून पाया
तू निगाहों से जाने क्या पूछ रहा था
शायद दिल ही दिल में खुद से जूझ रहा था
खामोश सवाल का ,चुप सा  जवाब आया
तेरे इंतजार में भी एक सुकून पाया
प्यार में जूनून  लाज़मी सा है ,पर
पाने खोने का ख्याल बड़ा मतलबी सा है
अपने जुनूने इश्क को इस तरह समझाया
तेरे इंतजार में भी एक सुकून पाया .

तेरी जिद के आगे

हर बार झुक गया हूँ मैं तेरी जिद के आगे
हर बार मिट गया हूँ मैं तेरी जिद के आगे
थाम कर छोड़ना ,छोड़ कर थामना
ये तेरा शौक है ,ये तेरा गुरुर है
मैं मुफ्त में मरा हूँ ,मैं मुफ्त में लुटा हूँ
तेरी अना के आगे ,
तेरे शौक -ए-जूनून के आगे .