मेरी हर ख़ुशी में,ग़म में बस तू ही काम आया ,
मेरे ख्याल मेरा लख्तेजिगर है तू ,
तनहा समझ रहे हैं मुझको ज़माने वाले ,
इनको ख़बर नहीं कि मेरा हमसफ़र है तू .
हर बार झुक गया हूँ मैं तेरी जिद के आगे
हर बार मिट गया हूँ मैं तेरी जिद के आगे
थाम कर छोड़ना ,छोड़ कर थामना
ये तेरा शौक है ,ये तेरा गुरुर है
मैं मुफ्त में मरा हूँ ,मैं मुफ्त में लुटा हूँ
तेरी अना के आगे ,तेरे शौक -ए-जूनून के आगे .
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