मेरी हर ख़ुशी में,ग़म में बस तू ही काम आया ,
मेरे ख्याल मेरा लख्तेजिगर है तू ,
तनहा समझ रहे हैं मुझको ज़माने वाले ,
इनको ख़बर नहीं कि मेरा हमसफ़र है तू .
Wednesday, January 1, 2014
तेरा हुक्म था कि मैं अश्क़ ना बहाऊँ कभी जब भी रोना आता है मुस्करा देती हूँ मैं . रचना "प्रेम"