वो बार बार पूछता था
कि तेरे मिजाज़ से मेरा मिजाज़ क्यों नहीं मिलता ?
कैसे कटेगा सफ़र ज़िन्दगी का अगर
मेरे ख्याल से तेरा ख्याल नहीं मिलता
लेकिन मेरी जान
तुझे खबर ही नहीं
जिस दिन मैं तेरी जैसी हो गयी
अपना रिश्ता दफ़न हो जायेगा .
कि तेरे मिजाज़ से मेरा मिजाज़ क्यों नहीं मिलता ?
कैसे कटेगा सफ़र ज़िन्दगी का अगर
मेरे ख्याल से तेरा ख्याल नहीं मिलता
लेकिन मेरी जान
तुझे खबर ही नहीं
जिस दिन मैं तेरी जैसी हो गयी
अपना रिश्ता दफ़न हो जायेगा .