वो बड़े इत्मीनान से समझा रहा था
ज़िन्दगी से प्यार करो मुझसे नहीं
आने वाले कल
बहुत तकलीफ हुई
इस बात से नहीं कि वो साथ ना दे सका
बल्कि इस बात से कि
वो रिश्ते की गहराई में कभी गया ही नहीं
मेरे दोस्त ज़िन्दगी कभी किसी के एवज़ में नहीं चलती
जो जगह जहाँ जिसकी होती है
वो ताउम्र उसी की रहती है
काश ! तुम ये बात समझ पाते
ज़िन्दगी से प्यार करो मुझसे नहीं
आने वाले कल
बहुत तकलीफ हुई
इस बात से नहीं कि वो साथ ना दे सका
बल्कि इस बात से कि
वो रिश्ते की गहराई में कभी गया ही नहीं
मेरे दोस्त ज़िन्दगी कभी किसी के एवज़ में नहीं चलती
जो जगह जहाँ जिसकी होती है
वो ताउम्र उसी की रहती है
काश ! तुम ये बात समझ पाते
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